तोषी और कोशी अपनी अपनी जगह अपनी-अपनी उपलब्धयों के झंडे गाद रही है। ३-६ तक कोशी के कॉलेज का वार्श्कोत्सव था। वह उसकी वर्किंग कमेटी में थी और अपने ह्रुप की सबसे अनुशासित बच्ची के रूप में थी। इस बीच उसने दो स्पर्धाओं में हिस्सा लिया उअर अव्वल आई। वह फैशन डिजाइनिंग में जाना चाहती है और इसलिए ईईती, मुम्बई के वार्षिकोत्सव 'मूड इंडिगो' में उसने इससे सम्बंधित अपनी प्रविष्टि भेजी। यह चुन ली गई है और वह अब इसमें व्यस्त है। अपने अपने उम्र के इस पड़ाव पर उसका आत्म विशवास हैरान करनेवाला है और खुशी भी देने वाला।
आज तोषी का कन्वोकेशन है। बंगलोर के सृष्टि स्कूल ऑफ आर्ट एंड डिजाइन से विजुअल कम्यूनिकेशन में पीजी कोर्स कराने के बाद आज उसका कोर्स समाप्त हो रहा है। इस बीच वह नौ महीने के लिए भारत सरकार की और से पाकिस्तान के लाहौर में भी रही। यहाम बंगलोर में उसका प्रोजेक्ट भारत और पाक के एक नामालूम सी लगनेवाली हस्ती पर था और वह था दोनों जगह के औतोरिकशावालों की बातचीत। इस बातचीत के माध्यम से उसने दोनों देशों के एक आम नागरिक की हैसियत से दोनों देशों के सोच को दिखाना चाहाता। और इसका माध्यम उसने कबूतर को चुना। कबूतर को संदेशवाहक कहा और माना जाता रहा है। इसी के माध्यम से उसने अपनी बात कहने की कोशिश की। कहना ना होगा की उसका यह प्रयास बहुत सफल रहा। उसके स्कूल के एग्ज्बिशन में उसका काम सबसे ज़्यादा पसंद किया और सराहा गया। यहाँ तक की लोगों ने उसे यहाँ भी एग्जिबिशन की स्टार कहा। अपने काम का यह संतोष उसे तो है ही, हम दोनों को भी हाय। उसके टीचर और दीं ने कहा की हम बेहद सौभाग्यशाली माता-पिटा हैं की हमें ऎसी प्रतिभावान बेटी मिली है। मैं इसे अपना सौभाग्य तो मानती ही हूँ, साथ में, उसकी अदम्य मेहनत और साहस की तारीफ़ भी करती हूँ। वह सेल्फ्मेद है और इसका मुझे अभिमान है। आज शाम में उसका कन्वोकेशन है। हम दोनों बंगलोर में हैं और शाम में उसे अपने काम के लिए सम्मानित होता देखेंगे। वैसे ही, जब हम लाहौर में थे और उसे पंजाब के गवर्नर द्वारा सम्मानित होते देखा था। मुझे यकीन है की ये दोनों बहने अपने अपने क्षेत्र में खूब नाम करेंगी। तोषी की टीचर ने तो कहा भी की इसका काम अंतर्राष्ट्रीय स्टार का है। देश में इसके काम को पहचाननेवाले शायद ना मिलें।
4 comments:
शुभकामनाऐं..
हमारी भी शुभकामनाएं .
दोनों को मेरा आशीर्वाद!
मुझे लगा कि सिर्फ शुभकामना दे कर मेरा मन नहीं भरेगा. कोशी और तोषी की उपलब्धियां दिनों दिन बढ़ती जा रही है और हमारा ब्लाग परिवार भी गर्व महसूस कर रहा है। यूं ही दोनो आगे बढ़े और बढ़ती चली जाए....
पुनिता
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